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डिप्रेशन क्या है और इसे कैसे खत्म करें (depression kya hai or ishe kaise khthma karein)

क्या आपने कभी ऐसी उदासीनता का अनुभव किया है जो कई हफ़्तों से आपके जीवन का अंग सा बन गयी हो ? 

ऐसी हालत में अक्सर हम अपने में ही सिमट कर रह जाते हैं। हर समय थकान का या ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं। 

इस भावना से लड़ने के लिए अधिकतम लोग अधिक या कम खाना खाना शुरू कर देते हैं। 

अपने आत्मसम्मान में आयी कमी के कारण केवल सोने की  ही इच्छा होती है।  या फिर दुनिया से कहीं दूर छुप जाने का मन करता है।   

जीवन में अचानक आये इस बदलाव का कारण Depression हो सकता है।  इसका कारण कोई तनावपूर्ण घटना, पारिवारिक हिस्ट्री , परवरिश और व्यक्तित्व, नशे की लत, या फिर अकेलापन – कुछ भी हो सकता है।  

डिप्रेशन  क्या है – what is depression ?

19वीं सदी में कोई भी अकेला नहीं रहता था। हालांकि, आज की दुनिया में, हम में से कई लोग खुद को अलग-थलग और दूसरों से दूर पाते हैं। यह वियोग अवसाद और अकेलेपन की भावनाओं को जन्म दे सकता है। यह टीवी और सोशल मीडिया पर नकारात्मक चीजे देखकर और तेजी से बढ़ता है।  

यदि मैं अपने शब्दों में कहूँ तो डिप्रेशन नकारात्मकता का एक गहरा लेवल है जिसमे हम आशावादी न रह कर हमेशा किसी भी चीज में या रिलेशन में नकारात्मकता देखते है । इसमें हमें मानसिक कष्ट के साथ-साथ  शारीरिक कष्ट भी होते है  । अवसाद में शून्यता, उदासी और निराशा की भावनाएँ शामिल होती हैं। परन्तु यदि हम अपने विचार बदल पायें तो हम इस डिप्रेशन जैसी बीमारी से जल्द ही छुटकारा पा सकते हैं। 

डिप्रेशन के लक्षण (symptoms of depression)

डिप्रेशन एक अविश्वसनीय रूप से कठिन और दुर्बल करने वाला अनुभव हो सकता है। यह अक्सर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक लक्षणों की एक श्रृंखला के साथ होता है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है। यहाँ, हम डिप्रेशन की शारीरिक रचना पर एक नज़र डालते हैं और कुछ सबसे सामान्य लक्षणों का पता लगाते हैं:

अमहत्वपूर्ण होने  की भावना 

अवसाद का एक प्रमुख लक्षण अमहत्वपूर्ण और निराशा की भावना होती  है। लोगों को ऐसा लगता  है कि उनके पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी नहीं है या उनका जीवन बिना उद्देश्य के है। वे उन गतिविधियों में आनंद पाने के लिए भी संघर्ष कर सकते हैं जिनका वे आनंद लेते थे।

ध्यान केंद्रित करने और निर्णय लेने में कठिनाई

डिप्रेशन  से ग्रस्त लोगों को किसी भी कार्य में ध्यान  केंद्रित करने में कठिनाई होती है एवं निर्णय लेने में भी । इससे महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करना कठिन हो सकता है, जिससे हताशा और लाचारी की भावना पैदा होती है।

थकान और कम ऊर्जा

थकान महसूस करना और ऊर्जा की कमी अवसाद का एक सामान्य लक्षण है। लोग ऐसा महसूस कर करते  हैं कि उनके पास कोई प्रेरणा नहीं है और इसलिए वे उन गतिविधियों से बचते  हैं जिनका वे आमतौर पर आनंद लेते हैं।

भूख कम लगना एवं अधिक खाना 

डिप्रेशन के कारण भूख में बदलाव हो सकता है, जिससे वजन कम होता है कभी -कभी ऐसा भी देखा गया है कि  डिप्रेस्ड व्यक्ति जरुरत से जयादा भी भोजन करता है इसमें वह फ़ास्ट फ़ूड खाना एवं अधिक कार्बयुक्त भोजन करना जयादा पसंद करता है ।

मृत्यु और आत्महत्या के विचार 

अवसाद की गहराई में रहने वाले लोगों के मन में मृत्यु या आत्महत्या के विचार कभी -कभी आते  हैं। ये विचार अविश्वसनीय रूप से परेशान करने वाले होते हैं और इन्हें हमेशा गंभीरता से लिया जाना चाहिए।इस प्रकार के विचारो से व्यक्ति मानसिक रूप से अपने आप से लड़ता है इसमें वह कभी कभी अपने शरीर के कुछ भागो में दर्द भी महसूस  करता है।  

पूरी दुनिया में लगभग 5% लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।  यह एक बहुत ही सामान्य समस्या है।  यह किसी को भी हो सकता है। और इसके लिए मनोचिकित्सक सलाह लेने में आपको बिलकुल भी घबराना नहीं चाहिए। 

डिप्रेशन को कैसे खत्म करें ( how to reduce depression)

हम बहुत से लोगो के बारे में सुनते है कि वह कुछ सालो पहले बहुत गहरे टेंशन में थे परन्तु अब वह उस दौर से निकल चुके हैं। इनमे से बहुत सारे सेलिब्रिटीज भी है एवं बड़े -बड़े उद्यमी भी है। अगर हम यह सोचें कि यह समय हमेशा ऐसा नहीं रहने वाला है , और हमेशा एक बुरे समय के बाद अच्छा समय आता है तो हम कुछ हद तक इस भावना को काबू में कर सकते हैं। 

इस बारे में हम नीचे दिए गए पॉइंट्स पर प्रकाश डालें जिसके द्वारा हम डिप्रेशन को कम कर सकते है ।

अच्छी किताबें पढ़ना

जब भी हम उदास महूसस करें या ज़िन्दगी में फ़ैल महसूस करें तब हम कुछ सकारात्मक किताबे पढ़ सकते है।  इससे हमें पता चलेगा कि जिंदगी में कितने लोगों ने कैसे-कैसे संघर्ष किया एवं वह कैसे आगे बड़े ।हमेशा यह ध्यान रखे दुनिया में आपसे बुरी परिस्थितियों से भी लोग जूझ रहे हैं। जिंदगी बहुत मूल्यवान है इसे ऐसे ही न जाने दें ।

सामाजिक संबंध बनाना

जहाँ तक संभव हो अपने आप को अकेला न रहने दे हमेशा दोस्तों और फैमिली के साथ समय बिताने का प्रयास करें।  इससे  आपको नया वातावरण भी मिलेगा एवं कुछ समय के लिए आप उस सोच से बाहर आएंगे ।

thank you exercise प्रैक्टिस करना :- 

हर चीज के लिए thank you बोले जो भी आपके आस पास है जैसे कि अच्छे रिलेशन ,आस -पास का नेचर। भगवान को हर चीज के लिए thank you बोलो जिसने आपको इतना अच्छा बनाया । 

आप इस चीज के अभ्यास के लिए यह लेख पढ़ सकते है – Law of attraction क्या है

अपनी परेशानी share करना

आप जिस स्थिति से गुजर रहे हैं उसके बारे में किसी से बात करना, कठिन भावनाओं को प्रबंधित करने का एक शानदार तरीका हो सकता है। यदि आप इस बात से भी comfortable नहीं है तो आप एक काम कर सकते है। आप सोच सकते है जिस कंडीशन से “मैं”  गुजर रहा हूँ क्या वह इतनी बड़ी है?  यदि है तो उसका बुरा से बुरा रिजल्ट क्या होगा ? आपको answer मिलेगा कि यह दरअसल बहुत छोटी सी condition है ।क्योकि समय हमेशा एक जैसा नहीं होता ।

मनोचिकित्सक सलाह

अगर आपका डिप्रेशन बढ़ रहा है और कोई भी सलाह आपके काम नहीं आ रही तो आपको एक अच्छे मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की शर्म करने की आवश्यकता नहीं है। डिप्रेशन एक सामान्य प्रॉब्लम है जो किसी को भी हो सकती है। इस ऑप्शन से बिलकुल भी ना कतराएं।  

में आशा करती हूँ कि मेने इस समस्या के बारे में आपका  कुछ ज्ञान  बढ़ाया होगा।  यदि आप और भी कुछ पूछना चाहते है आप निचे comment box में लिख सकते हैं।  

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